भोपाल: वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ मुस्लिम समाज का विरोध तेज हो गया है। रमजान के आखिरी जुमे पर देशभर के कई शहरों में मुस्लिमों ने काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की। भोपाल के अरबाज मिर्जा भी बांह पर काली पट्टी बांधकर मस्जिद पहुंचे, जहां उन्होंने बिल को गलत बताते हुए विरोध जताया।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील पर भोपाल और नर्मदापुरम समेत कई शहरों में इस तरह का अनोखा प्रदर्शन देखा गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार वक्फ संपत्तियों के अधिकार छीनकर मुस्लिम समुदाय को कमजोर करना चाहती है।
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का पलटवार – “गरीब मुसलमानों का सोचना गलत कैसे?”

इस विरोध पर हुजूर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा,”वक्फ की जमीन से सिर्फ कुछ खास परिवारों को फायदा नहीं मिलना चाहिए। करोड़ों मुसलमान आज भी पंक्चर बना रहे हैं, कबाड़ बेच रहे हैं, ठेले लगा रहे हैं। मोदी जी ने गरीब मुसलमानों के लिए कुछ सोचा, तो इसमें गलत क्या है?”
शर्मा ने विरोध करने वालों पर तंज कसते हुए कहा,”जिनके पेट में दर्द है, उन्हें हाजमा की गोली दी जाएगी। मुसलमानों की ईद आ रही है, मीठा खाइए, मीठा बोलिए और दूसरों के भविष्य के लिए मीठा सोचिए।”
मुस्लिम समाज का पलटवार – “हमारे धार्मिक अधिकारों में दखल बर्दाश्त नहीं”
विवाद के पीछे की असली वजह क्या है? वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लेकर आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। इस विधेयक के जरिए सरकार वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों का अधिकार अपने हाथ में लेने की तैयारी कर रही है। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यह धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है, जबकि सरकार इसे गरीब मुसलमानों के उत्थान के लिए जरूरी सुधार बता रही है