लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को आई बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज़ आंधी ने भारी तबाही मचाई। इस खराब मौसम के चलते बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई, वहीं फसलों को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।
फिरोजाबाद, सिद्धार्थनगर और सीतापुर से सबसे अधिक नुकसान की खबरें आई हैं। फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र के गांव दौलतपुर में खेत में काम कर रही ललिता देवी (30) की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं, जसराना क्षेत्र के गांव चनारी में किसान पदम वीर सिंह (32) भी इसी कारण अपनी जान गंवा बैठे।
सिद्धार्थनगर के गौरा मंगुआ गांव में 40 वर्षीय श्रमिक घनश्याम की बिजली गिरने से मौत हो गई, जबकि सीतापुर के मोछ खुर्द गांव में खेत में काम कर रहे हरिश्चंद्र (25) की मृत्यु हो गई। सकरान थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में बारिश के कारण दीवार गिरने से कुसुमा देवी (55) की जान चली गई।
CM योगी का सख्त रुख – अधिकारियों को दिए राहत के निर्देशमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन घटनाओं का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता मुहैया कराई जाए और किसानों को फसलों के नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाए।
सरकार की ओर से एक बयान में कहा गया है कि फसलों के नुकसान का विस्तृत सर्वे कराया जाए और रिपोर्ट शीघ्र राज्य सरकार को भेजी जाए, ताकि प्रभावित किसानों को राहत प्रदान की जा सके।
मौसम विभाग की चेतावनी – और बढ़ सकती है मुसीबत मौसम विभाग के लखनऊ कार्यालय ने गुरुवार को जिलावार चेतावनी जारी करते हुए कहा कि कौशांबी, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली समेत कई जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है। नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
फसलों पर भारी मार बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान चिंता में डूबे हुए हैं और सरकार से तत्काल मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में बेमौसम मौसम ने जनजीवन को प्रभावित किया है। राज्य सरकार द्वारा राहत और पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही गई है, लेकिन आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति और कितनी विकराल हो सकती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।