हैदराबाद/श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे “खुफिया तंत्र की विफलता” करार दिया।
ओवैसी ने नरेंद्र मोदी सरकार से जवाबदेही तय करने की मांग करते हुए कहा, “पहलगाम हमला उरी और पुलवामा की तरह ही नहीं, बल्कि उससे भी ज्यादा खतरनाक, निंदनीय और दर्दनाक है। मोदी सरकार को यह देखना चाहिए कि उनकी निवारक नीति कितनी कारगर साबित हो रही है।
”उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों का धर्म पूछकर हत्या की, यह एक नरसंहार है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह इस जघन्य कृत्य के ज़िम्मेदार आतंकियों को कठोर सज़ा दिलाए।”
पीड़ितों के प्रति संवेदना और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी AIMIM पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के हमलों का एक मकसद कश्मीर के पर्यटन उद्योग को प्रभावित करना है।
घटना में 26 लोगों की मौत, दो विदेशी नागरिक भी शामिल मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए इस आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात और नेपाल के दो विदेशी नागरिकों सहित दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं। कई लोग इस हमले में घायल हुए हैं, जिनका इलाज अस्पतालों में चल रहा है।
सरकार के सामने चुनौती यह हमला ऐसे समय हुआ है जब केंद्र सरकार घाटी में स्थिरता और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयासरत है। अब देखना होगा कि सरकार आतंकवादियों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करती है और खुफिया तंत्र की विफलता को कैसे सुधारती है।