नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कांग्रेस को भ्रष्टाचार का एटीएम बताया और कहा कि कांग्रेस नेताओं के यहां बड़े काम करने की बजाय बड़े नोट भरने और उसे साहूकारिता बताने की परंपरा जारी है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता मीनाक्षी लेखी ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले लगभग 300 करोड़ रुपये बरामद होने के मामले में पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने साहू के घर से मिली नकदी की फोटो दिखाते हुए कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की एटीएम करार दिया और पूछा कि धीरज साहू किसके ‘एटीएम’ हैं?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साहू से जुड़े व्यापारिक समूह के ठिकानों पर झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तीन दिनों से जारी आयकर विभाग की छापेमारी में अब तक 300 करोड़ रुपये से अधिक की नकद राशि बरामद हुई है। इस छापे में देश में कानूनी तरीके से जब्त की जानेवाली सबसे बड़ी नकदी होने का अनुमान है।
लेखी ने कहा कि आमतौर पर घर के बड़े-बुजुर्ग सिखाते हैं कि कुछ बड़ा काम करो, लेकिन कांग्रेस के बड़े सिखाते हैं कि घर में बड़े नोट भरो और बड़े नोट भरने का कार्यक्रम अब भी जारी है। जितने भी भ्रष्टाचारी अब तक पकड़े गए हैं, उनमें सबसे ज्यादा नकदी श्री साहू के यहां से बरामद हुई है। इसका आंकड़ा 300 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। जब जनता की मेहनत की गाढ़ी कमाई के 300 करोड़ रुपये एक व्यक्ति के यहां से बरामद होते हैं, तो जनता को बहुत गुस्सा आता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा,“ कांग्रेसियों ने पीढ़ी दर पीढ़ी भ्रष्टाचार फैलाया है। महात्मा गांधी की फोटो छापकर और गांधीजी का नाम रखकर, ये भ्रष्ट नेता नोटों से अपना खाता भरते हैं। यही सिलसिला धीरज साहू के मामले में जारी है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने अपनी साहूकारिता का परिचय देते हुए दिखाया है कि कांग्रेस के साहूकार कैसे होते हैं। एक व्यक्ति के 10 ठिकानों पर छापामारी हुई और 300 करोड़ रुपए बरामद हुए और अभी भी गिनती जारी है।”
उन्होंने पूछा, “यदि कांग्रेस के एक नेता के यहां से 300 करोड़ बरामद हुए हैं तो सोचिए अगर कांग्रेस के सभी भ्रष्टाचारी नेताओं को एक जगह इकट्ठा कर दिया जाए तो कितनी नकदी बरामद होगी?”
श्रीमती लेखी ने केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा,“ अधिकारियों ने इस छापे को पूरी तरह से गोपनीय रखा, इसीलिए ये संभव हो पाया। इस छापेमारी में बोलांगीर से 30 किलोमीटर दूर स्थित कार्यालय से ये करोड़ों रुपये बरामद हुए। साहू ने दो बार लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन दोनों बार हार गए। इसके बाद भी कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया। इस मामले पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुप्पी साधे बैठे हैं। इनके मुंह में दही जम गया है। अगर कांग्रेस परिवार की पीढ़ियों की बात की जाए तो उनकी नींव ही भ्रष्टाचार पर रखी गई है। जब राहुल गांधी कहते हैं कि उनका खून पानी से गाढ़ा है तो वह फर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स प्रयोग की जा रही स्याही की बात कर रहे होते हैं। आम जनता पैसों की गिनती दस, सौ, हजार, लाख और फिर करोड़ में करती है क्योंकि आम जनता इतनी बड़ी रकम गिनने की आदी नहीं है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भ्रष्टाचार और घोटालों को एटीएम की तरह प्रयोग करता है। धीरज साहू आखिर किसका एटीएम थे?”
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि पैसे गिनने वाली मशीन को भी इतने नोट गिनने की आदत नहीं है। कांग्रेस का भ्रष्टाचार कभी भी खत्म नहीं हो सकता और कांग्रेस हमेशा भ्रष्टाचार के नए-नए रिकॉर्ड बनाते रहेगी, लेकिन इस तरीके के रिकॉर्ड की किसी को उम्मीद भी नहीं थी। कांग्रेस ही यह रिकॉर्ड बना सकती है। भ्रष्टाचार का सिलसिला यही लोग चला सकते हैं, क्योंकि एक कहावत है कि ‘जब आपके पास खामियां हो सकती हैं तो ईमानदारी की जरूरत किसे है’।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता अनुबंधों में हेरफेर करने और भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने के लिए लगातार सिस्टम में मौजूद कमियां खोजते रहते हैं। यह घमंडिया गठबंधन के लिए कांग्रेस निवास पर आगामी क्रिसमस रात्रिभोज में जाती है।
लेखी ने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा,“ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बेंगलुरु में कांग्रेस नेता के रिश्तेदार के घर से 42 करोड़ रुपये की नकदी पाई गई। उत्तर प्रदेश चुनाव के समय आयकर विभाग की रेड में पीयूष जैन के घर से 200 करोड़ रुपये की नकदी पाई गई। जुलाई 2022 में ममता दीदी के मंत्री, पार्थ चटर्जी के ठिकानों से 50 करोड़ रुपये की नकदी और करोड़ों के सोने के सिक्के पाए गए। चेन्नई में आयकर विभाग की रेड में 142 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी। जून 2022 में इडी को सत्येन्द्र जैन के ठिकानों से 2.82 करोड़ रुपये की नकदी और 133 सोने के सिक्के मिले थे। झारखंड में मई 2022 में इडी की छापेमारी के दौरान अधिकारियों के घर से 20 करोड़ रुपये से अधिक की नगदी बरामद हुई। झारखंड सरकार में मनरेगा में 550 करोड़ रुपये का घोटाला, कोयला आवंटन घोटाला, अवैध खनन में 1500 करोड़ रुपये का घोटाला, ग्रामीण विकास निधि में 1500 करोड़ रुपये का घोटाला, भूमि घोटाला में 3000 करोड़ रुपये का घोटाला,1500 करोड़ रुपये का शराब घोटाला जैसे कई घोटालों के मुद्दों को भाजपा ने प्रमुखता से उठाया है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बुधवार, 06 दिसंबर सुबह 6.30 बजे आयकर विभाग की 40 सदस्यीय टीम ने नकदी एवं अन्य सामान बरामद किए हैं। कांग्रेस सांसद के यहाँ से 300 करोड़ का मिलना भ्रष्टाचार का एक नया रिकॉर्ड है। पैसे गिनने वाली मशीन खराब हो गई, अधिकारी थक गए लेकिन कांग्रेस का यह खजाना खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जो विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिए देश को विकास की गारंटी दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के नेता हैं जो परिवारवाद और भ्रष्टाचार की गारंटी देते हैं।
कांग्रेस बताये कि यह साहूकारिता कांग्रेस के कितने लोगों के बीच मौजूद है? जिन मेज और कुर्सियों पर कांग्रेस के नेता बैठे हैं, वह भ्रष्टाचार की टहनियों से बनी है और परिवारवाद की राजनीति ने देश को खोखला करने का काम किया है।