पटना । बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार में मीडिया को निशाना बनाये जाने से बेहद चिंतित है और इसे वह देश में लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा मानती है।
सिंह ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि जिन मीडियाकर्मियों में नरेंद्र मोदी सरकार के गलत कामों पर सवाल उठाने का साहस और दृढ़ संकल्प है उन्हें चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं केंद्र की मौजूदा सरकार की दोषपूर्ण नीतियों और विफलताओं पर सवाल उठाने के साहस के कारण कई वरिष्ठ पत्रकारों ने अपनी नौकरियां खो दी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “मौजूदा सरकार में लोकतांत्रिक संस्थानों को ध्वस्त किया जा रहा है वहीं विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का भी दुरुपयोग किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान भी मीडिया को इस तरह की घुटन महसूस नहीं हुई थी।
सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन इंडिया का संयोजक बनाए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनकी पार्टी इस तरह के विचार के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विशाल अनुभव और राजनीतिक क्षमता पर सवाल नहीं उठा सकता।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि उनकी पार्टी किसी को भी भगवान राम की मूर्ति के अभिषेक के लिए अयोध्या जाने से नहीं रोक रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस नेता भाजपा की तुलना में अधिक भक्तिभाव वाले, पवित्र और धार्मिक हैं।
सिंह ने कहा कि किसी भी नेता को विपक्षी गठबंधन इंडिया के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद यदि इंडिया को सरकार बनाने के लिए आवश्यक संख्या मिल गई तो सहयोगी दलों के नेता एक साथ बैठेंगे और देश का नया प्रधानमंत्री चुनेंगे।