जम्मू । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शनिवार को संघ स्वयंसेवक से पर्यावरण की सुरक्षा, सामाजिक समरसता को मजबूत करने और भारत की पारंपरिक परिवार व्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम करने का आह्वान किया।डा. भागवत ने अपने तीन दिवसीय जम्मू दौरे के दूसरे दिन संघ परिवार के विभिन्न संगठनों की समन्वय बैठक को संबोधित करते हुए यह आह्वान किया।बैठक में संघ परिवार के 38 संगठनों के 105 स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिसमें विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की गई।सरसंघचालक ने संगठनात्मक नेटवर्क को और अधिक फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि आरएसएस के संदेश को हर घर तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने आरएसएस की स्थापना के शताब्दी समारोह (100वें वर्ष) से पहले संगठन के नेटवर्क को फैलाने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने पर भी जोर दिया।समन्वय बैठक में डा. भागवत ने गांवों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास के लिए जम्मू-कश्मीर आरएसएस द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने ग्राम विकास और समाज में सामाजिक समरसता के लिए प्रोजेक्ट लेने वाले स्वयंसेवकों को कुछ सुझाव दिये।इस व्यस्त कार्यक्रम के दौरान सरसंघचालक ने केशव भवन में सेवा भारती के छात्रावास के निवासियों से मुलाकात की। उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत की और उनकी शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। छात्रावास के अंतःवासियों ने सरसंघचालक के समक्ष देशभक्ति गीत सुनाये।मंच पर क्षत्रिय संघचालक सीता राम व्यास और जम्मू-कश्मीर प्रांत के संघचालक डॉ. गौतम मेंगी भी मौजूद थे।