अयोध्या । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 21 अक्टूबर को दीपोत्सव, भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तैयारी को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।अयोध्या के मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने मंगलवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के श्री योगी शनिवार (21 अक्टूबर) को दीपोत्सव, भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा तैयारी को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का बैठक दो दिवसीय होगा। मुख्यमंत्री 11 नवम्बर को आयोजित दीपोत्सव और 22 जनवरी 2024 को आयोजित भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा तैयारी को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इसके साथ ही अयोध्या में चल रही विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी भी लेंगे। इसके अलावा 21 अक्टूबर को देर शाम अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का मुख्यमंत्री स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे और रात्रि विश्राम अयोध्या में ही करेंगे। अगले दिन 22 अक्टूबर को मुख्यमंत्री सुबह संत धर्माचार्यों से मुलाकात करने के बाद वापस लखनऊ लौट जायेंगे।उल्लेखनीय है कि 11 नवम्बर को दीपोत्सव का कार्यक्रम सम्पन्न होना है, जिसकी तैयारी डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के द्वारा की जा रही है। इस दीपोत्सव में 24 लाख दिये जलाए जायेंगे। अगले वर्ष 22 जनवरी को श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। इसके साथ ही राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया है। देश-विदेश के नामचीन लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत करेंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने हालांकि प्रोटोकाल धारी नेताओं, अधिकारियों को अयोध्या आने से बचने के लिये कहा है क्योंकि अयोध्या में उस दिन भारी भीड़ होगी। इसलिए शायद जिला प्रशासन उनको प्रोटोकाल न दे पाये।ट्रस्ट ने सलाह दी है कि प्रोटोकालधारी 22 जनवरी को अयोध्या आने से बचें। इसके साथ ही ट्रस्ट ने देश की आम जनता को 26 जनवरी के बाद भव्य नये मंदिर में भगवान रामलला के दर्शन के लिये आमंत्रित किया है।