मुजफ्फरनगर। श्री राम ग्र्रुप ऑफ कालेजेज में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत बी0टेक एवं बी0आर्क0 के छात्र-छात्राओ के लिये टैबलेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का षुभारम्भ मुख्य अतिथि डा0 वीरपाल निर्वाल, अध्यक्ष,जिला पंचायत मु0नगर, डा0 अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज, डा0 प्रेरणा मित्तल, प्राचार्या श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 आर0पी0सिहं, निदेशक रिसर्च, एसआरजीसी, डा0 गिरेन्’द्र गौतम, निदेशक श्रीराम कॉलेज आफ फार्मेसी तथा श्री राम ग्र्रुप ऑफ कालेजेज के निदेशक डा0 एस0एन0चौहान ने दीप प्रज्जवलन करके किया।
इसके उपरान्त मुख्य अतिथि डा0 वीरपाल निर्वाल जी को शाल उढाकर एवं बुकें देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि डा0 वीरपाल निर्वाल ने छात्र-छात्राओ को सम्बोधित करते हुये कहा कि डिजिटल क्रांति के इस युग में उत्तर प्रदेश सरकार की युवाओ को टैबलेट वितरण योजना लाभान्वित कर रही है। तथा इसके दूरगामी परिणाम होगे।
बिना किसी भेदभाव के सभी छात्र-छात्राओं को टैबलेट दिए जा रहे है। जिसका उपयोग हमारे युवा ज्ञार्नाजन के लिये कर रहे है। छात्र-छात्राओ को इस योजना के उद्देश्य को सदैव याद रखना चाहिये ताकि टैबलेट का उद्देश्यमूलक उपयोग हो सके।
उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण परिवेष से आने वाली छात्राओ के लिये डिजिषक्ति टैबलेट योजना को एक वरदान बताया और कहा कि हमारी ग्रामीण अंचलों की बेटियां भी टैबलेट का बखूबी इस्तेमाल कर रही है ओर डिजिटल युग में डिजिटल क्रांति का हिस्सा बन रही है।
इस अवसर पर उन्होने कहा कि श्री राम ग्र्रुप ऑफ कालेजेज के चेयरमैन डा0 एस0 सी0 कुलश्रेष्ठ के मार्गदर्शन में श्रीराम ग्र्रुप ऑफ कालेजेज षिक्षा के क्षेत्र में नित नये आयाम गढ रहा है तथा यहा छात्र- छात्राओं के भविष्य निर्माण के लिये सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है।
श्रीराम कॉलेज आफॅ इजि0 के निदेशक डा0 एस0 एन0 चौहान ने यह बताया कि बी0टेक तृतीय एवं चतुर्थ वर्श तथा बी0 आर्क0 तृतीय, चतुर्थ एवं पंचम वर्श के लगभग 300 छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किये गये। टैबलेट प्राप्त कर सभी छात्र-छात्राएं हर्श का अनुभव कर रहे है।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीराम कुमार षर्मा ’रागी’, डा0 मनोज धीमान, डा0 रवि गौतम, डा0 सुचित्रा त्यागी, डा0 विनित षर्मा,श्रीमती रुचि रॉय, कु0 षुभि, इन्दू चौहान, विजेन्द्र कुमार, अभिषेक कुमार, पुश्पेन्द्र सिहं आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन डा0 आकांक्षा सिहं ने किया।