नई दिल्ली । राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को सदन को सूचित किया कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, महान कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन और पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंहा राव को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है।
सभापति ने सदन को सूचित करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज एक्स पर अपनी पोस्ट में यह घोषणा की। श्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, श्री राव ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की। उन्हें अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है। उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में श्री राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया।
श्री मोदी ने कहा, “यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए। हम एक अन्वेषक और संरक्षक के रूप में और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाले उनके अमूल्य काम को भी पहचानते हैं। डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था।”
राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने शुक्रवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा पर प्रशन्नता व्यक्त की और इसे कमेरे, दलित और शाषित वर्ग का सम्मान बताया।
श्री चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट पर कहा, “किसान मसीहा, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। यह सम्मान देश के किसान-कमेरे, दलित, वंचित एवं शोषित वर्ग के लोगों को मिला है, जिनके उद्धार के लिए चौधरी साहब का संपूर्ण जीवन समर्पित रहा। यह सम्मान देश के लहलहाते खेत-खलिहानों को मिला है, जहाँ चौधरी साहब की आत्मा बसती थी। जय जवान, जय किसान।” श्री चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और विश्व वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन के साथ पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने के निर्णय की जानकारी दी।
श्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता चौधरी चरण सिंह के प्रति श्रद्धा व्यक्त् करते एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, “हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।”
प्रधानमंत्री ने चौधरी साहब के नाम से लोकप्रिय किसान नेता के सम्मान में कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।”