देवरिया । समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देवरिया में पिछले दिनो जमीनी विवाद में हुयी छह लोगों की हत्या का भारतीय जनता पार्टी(पार्टी) के लाेग राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। श्री यादव ने आज फतेहपुर लेहड़ा गांव गये जहां घटना का शिकार हुये सत्य प्रकाश दुबे के परिवार का कोई सदस्य गाँव पर नहीं मिला जिसके बाद वह दूसरे पक्ष के प्रेम यादव के घर गये और उनके परिजनों से करीब आधा घंटा बातचीत की। बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होने कहा कि हम सभी को घटना की निंदा करनी चाहिये। यह घटना शासन, प्रशासन और न्याय व्यवस्था के लिए विशेष इसलिए बनती है कि सरकार जीरो टारेन्स की बात करती थी। घटना की सच्चाई अभी तक सामने नहीं आ सकी है।उन्होंने कहा “ मुख्यमंत्री देवरिया को भी अपना गृह जिला कहते हैं। देवरिया में इतनी बड़ी घटना के मुख्यमंत्री के जीरो टारेन्स का दावा की पोल खुल गई है। हमारे मुख्यमंत्री योगी हैं और योगी का का दायित्व होता है कि वे सबके दुख दर्द को समझे। लेकिन देवरिया की दर्दनाक घटना के बाद इस तरह का भेदभाव फैलाया जायेगा और उसका राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया जायेगा। यह जनता देख रही है। ”पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बुलडोजर से घर से गिराने की बात कहकर डराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सवाल सरकार की नियत का है, मदद दोनों पक्षों की जाए। बुलडोजर जनता चलाने नहीं देगी। घटना के बाद देवरिया के जिला मजिस्ट्रेट का बयान सुना था। जिसमें जिला मजिस्ट्रेट कहा था कि रिटेलिएशन में घटना हुई। उन्होंने कहा कि आखिरकार सरकार क्यों इस बात को छुपाना चाहती है कि प्रेम यादव को बुलाकर के मारा और किसने मारा।उन्होंने पत्रकारों से ही सवाल करते हुए कहा “ आप बताइए क्या सुल्तानपुर में एक ब्राह्मण डॉक्टर को ड्रिल से नहीं मार दिया, क्या उनके परिवार के बच्चों को आपने गले लगाया? प्रदेश के कुछ और घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उस घटनाओं के पीड़ितों के परिवार को गले लगाया गया। प्रेम यादव के परिवार के सुरक्षा के नाम पर एक तरीके से कैद कर लिया गया है। पीड़ित परिवार को अगर सहायता की बात आती है, तो मैं करूँगा। सरकार दोनों पीड़ित परिवारों की सहायता करें।श्री यादव ने कहा “ मृतक सत्य प्रकाश दुबे का बेटा उनसे नहीं मिलना चाहता वो उसकी भावना है। हो सकता है उसके बेटे की भावना ना भी हो, कुछ नेता है जो उसको समझा रहे होंगे। मैं आर्थिक सहायता प्रेम यादव के परिवार के और अगर वो दुबे परिवार भी कहेगा तो उस परिवार की भी करूंगा।”