अमृतसर ।
सत्तर के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम की खतरनाक स्पिन चौकड़ी के सदस्य और लेफ्ट आर्म स्पिनर बिशन सिंह बेदी का सोमवार को देहांत हो गया। वह करीब 77 वर्ष के थे।25 सितंबर 1946 को अमृतसर में जन्में बेदी ने 21 साल की उम्र में कलकत्ता (अब कोलकाता) में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिये टेस्ट पदार्पण किया था। वह 1979 तक भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे। अपने टेस्ट करियर के दौरान उन्होने 67 टेस्ट मैचों में 266 विकेट चटकाये। बेदी ने अपना आखिरी टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ 1979 में खेला था। बायें हाथ के फिरकी गेंदबाज ने 22 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी भी की। इसके अलावा उन्होने दस एक दिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया।सत्तर के दशक में बेदी, इरापल्ली प्रसन्ना, श्रीनिवास वेंकटराघवन और भागवत चंद्रशेखर की स्पिन चौकड़ी का दुनिया के बल्लेबाजों में खौफ था। भारत की इस स्पिन चौकड़ी ने अपने दम पर कई मैचों का रूख अपनी टीम की ओर मोड़ने में सफलता हासिल की थी।बेदी ने 1969–70 में कोलकाता टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में 98 रन देकर सात विकेट लिए थे। यह एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उन्होंने टेस्ट में इकलौता अर्धशतक 1976 में कानपुर टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ लगाया था। उन्होंने इंग्लैंड के काउंटी क्लब नॉर्थम्पटनशायर के लिए बड़े पैमाने पर खेला।