नई दिल्ली। प्री-डायबिटीज़ और डायबिटीज़ के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए, फोर्टिस-सीडॉक (सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर डायबिटीज़, मेटाबोलिक डिज़ीजेस, एंड एंडोक्राइनोलॉजी हॉस्पीटल फॉर डायबिटीज़, एंडोक्राइनोलॉजी) ने डायबिटीज़ रेमिशन क्लीनिक शुरू करने की घोषणा की है।कंपनी ने आज यहां कहा कि यह पहल फोर्टिस सी-डॉक और ट्विन हैल्थ यूएसए ने मिलकर की है और क्लीनिक में होल-बॉडी डिजिटल ट्विन टैक्नोलॉजी को उपलब्ध कराया गया है। यह लॉन्च आईसीएमआर द्वारा हाल में जारी कुछ नतीजों के मद्देनज़र किया गया है जिसके मुताबिक देश में डायबिटीज़ के मामले तेजी से बढ़े हैं और करीब 10 करोड़ से अधिक लोग इस रोग की चपेट में आ चुके हैं जबकि 13/6 करोड़ प्री-डायबिटिक हैं।इस नए क्लीनिक में डायबिटीज़ केयर और मैनेजमेंट के लिए टैक्नोलॉजी-आधारित सेवाएं प्रदान की गई हैं। होल-बॉडी डिजिटल ट्विन टैक्नोलॉजी, जिसमें एडवांस एलगॉरिदम और मशीन लर्निंग का मेल कराया गया है, की मदद से यह क्लीनिक मरीज़ों को पोषण, नींद, और शारीरिक गतिविधियों के मद्देनज़र रोगों के उपचार की कारगर रणनीतियां उपलब्ध कराएगा। ट्विन टैक्नोलॉजी सटीक और लाइफस्टाइल एडजस्टमेंट्स के लिए पर्सनलाइज़्ड मार्गदर्शन की पेशकश करती है। इस विधि को क्रोनिक मैटाबोलिक रोग निवारण के लिए दुनिया की पहलीफोर्टिय सी डॉक के कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ अनूप मिश्रा ने कहा, “यह चिकित्सा क्षेत्र में हुई प्रगति और टैक्नोलॉजी की ताकत का संगम है जिसके चलते हमने डायबिटीज़ निवारण के लिए नवीनतम उन्नति और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सहारा लिया है। इस नए क्लीनिक से अधिकाधिक मरीज़ों तक पहुंच बनाने और उन्हें सकारात्मक तरीके से प्रभावित करने में मदद मिलेगी, और यह डायबिटीज़ के उपचार में व्यापक रूप से बदलाव लाएगा।”