तेहरान । ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने अरचनात्मक नीतियां अपनाकर और गाजा पट्टी पर ज्यादा हमला शुरू करने के लिए इजरायल को समर्थन देकर इजरायल-हमास संघर्ष को बढ़ावा देने और इसे और बढ़ाने के लिए अमेरिका को मुजरिम ठहराया।ईरान के विदेश मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, श्री होसैन ने सोमवार को यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल से फोन पर बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की।श्री बोरेल ने कहा कि क्षेत्र में तनाव का बढ़ना बहुत खतरनाक है और उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ संघर्ष की समाप्ति के लिए अपनी कोशिशों को जारी रखेगा और उन्होंने गाजा में नागरिकों को सहायता पहुंचाने के लिए मानवीय गलियारों को खोलने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने क्षेत्र में तनाव कम करने में ईरान की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया।फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) ने सात अक्टूबर को इजरायली सैन्य ठिकानों और कस्बों पर एक आश्चर्यजनक हमला शुरू किया, जिससे बाद गाजा पर व्यापक इजरायली हवाई हमले शुरू हुए। इजरायली सेना द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, हमास के हमलों में इजरायल के 1,300 से ज्यादा लोग मारे गए। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इजरायल के हमलों में 2,808 फिलिस्तीनी मारे गए।