अमेठी । पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता आली जनाब नसीमुद्दीन भारत जोड़ो न्याय यात्रा, अमेठी में हम सबके नेता जननायक राहुल गांधी से संगठन और लोकसभा चुनाव पर विचार विमर्श करते हुए नजर आए।
पूर्व में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी का अपना उत्तर प्रदेश में एक अलग ही रुतबा है इसमें कोई शक नहीं है लेकिन वक्त हालात के चलते हुए नसीमुद्दीन ने एक बड़ा फैसला लिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया कांग्रेस का दामन थामने के बाद में नसीमुद्दीन सिद्दीकी को प्रदेश में जिम्मेदारियां मिलती चली गई लेकिन कहीं ना कहीं पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर नसीमुद्दीन सिद्दीकी के रुतबे के हिसाब से कांग्रेस में जिम्मेदारी का खिताब नहीं किया गया शायद इसी वजह से आज अमेठी के कार्यक्रम में कांग्रेस लीडर राहुल गांधी और नसीमुद्दीन सिद्दीकी की जो नजदीकियां हैं वे जग जाहिर अमेठी में चल रहे कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने अपने पास बैठा कर और कुछ खास चर्चा करते नजर आए तो उससे कहीं ना कहीं कयास लगाया जा सकता है कि पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर नसीमुद्दीन सिद्दीकी का जो अपना कद है वह कांग्रेस में आला दर्जे पर है।
पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर नसीमुद्दीन सिद्दीकी उत्तर प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारियां पर रह चुके हैं उन्होंने कभी भी किसी पद की जरूरत महसूस नहीं कि उनका सिर्फ टारगेट हमेशा एक ही रहा है के जिस पार्टी में है वहां वफादारी के साथ रहे और कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले और पूर्व में प्रदेश में पश्चिम प्रांतीय अध्यक्ष बनने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पश्चिमी यूपी में जो कार्यकर्ताओं के बीच में अपनी जगह बनाई है हर एक कार्यकर्ता से ज्यादा कर यही सुनने को मिलता है कि अगर फोन नहीं उठा पाए मंत्री जी तो कॉल बैक कर कर पूछते हैं कार्यकर्ता का हाल तो यह बड़ी बात हो जाती है कि जिस तरीके से आज के वक्त में कोई फोन पर संपर्क तक कार्यकर्ता से नहीं कर पाता उसी दौर में भी पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर नसीमुद्दीन सिद्दीकी अपने कार्यकर्ता को नजरअंदाज नहीं करते शायद उसी का ही फल स्वरुप है कि कांग्रेस लीडर राहुल गांधी की जो नजदीकियां है।
आज उस वक्त जग जाहिर हुई जब अमेठी के कार्यक्रम में नसीमुद्दीन सिद्दीकी से कुछ खास चर्चा करते नजर आए राहुल गांधी इससे साफ-साफ कयास लगाया जा सकता है कि राहुल गांधी की नजदीकियां नसीमुद्दीन सिद्दीकी से ज्यादा है और दूसरी बात यह है कि उत्तर प्रदेश में नजदीकियां राहुल गांधी की ज्यादा क्यों ना हो जहां उत्तर प्रदेश में मुस्लिम चेहरों में नसीमुद्दीन सिद्दीकी का चेहरा अव्वल नंबर पर आता है पदों में भी और उम्र के तजुर्बे में भी और पार्टी के साथ लग्नशील में भी तो ऐसे हालात में उस मुस्लिम लीडर को कैसे राहुल गांधी नजरअंदाज कर सकते हैं जिसका अपना एक अलग रुतबा हो तो …
कहीं ना कहीं सूत्र यह भी कयास लगा रहे थे कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी आजकल नजर नहीं आ रहे कहीं इसका मतलब यह तो नहीं है कि राहुल गांधी से दूरियां बनी हुई हो लेकिन जब उत्तर प्रदेश में भारत जोडो न्याय यात्रा का कार्यक्रम चल रहा हो और उस वक्त उत्तर प्रदेश के सभी नेता मौजूद हो और मंच पर राहुल गांधी सिर्फ नसीमुद्दीन सिद्दीकी को अपने बराबर में बैठा कर खास चर्चा करते हुए नजर आए हो तो यह कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ खास होने वाला है उसका भी संकेत हो सकता है ….
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