शाह अलर्ट

25 दिसंबर को दिल्ली में हुआ यह आयोजन

आयुष राज्य मंत्री और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. महेंद्र मूंजपुरा रहे मुख्य अतिथि

नई दिल्ली। अटल फाउंडेशन के सौजन्य से प्रधानमंत्री संग्रहालय नई दिल्ली में 25 दिसंबर, सोमवार को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर तीसरी बार अटल गौरव सम्मान और पहली बार अंतरराष्ट्रीय अटल अवार्ड का आयोजन किया गया। इस बार देश से विभिन्न लोगों के आए हुए आवेदनों में से अटल गौरव सम्मान के लिए 35 और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड के लिए विभिन्न राष्ट्रों के सक्षम उम्मीदवारों में से 11 आवेदनों का चयन किया गया । इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर आयुष राज्य मंत्री और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. महेंद्र मूंजपुरा उपस्थित रहे, जिन्होंने अटल गौरव सम्मान और अटल अंतरराष्ट्रीय अवार्ड के चयनित लोगों को सम्मानित किया। जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर वरिष्ठ बीजेपी नेता श्री श्याम जाजू , विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री राजेश ओझा, श्री बंबा लाल दिवाकर, श्री बागेश कुमार गोस्वामी जी ( पीठाधीश्वर, द्वारकाधेश ) , श्री उदय महुरकर ( सूचना आयुक्त , भारत सरकार ) और हेराको बैंक हरियाणा चैयरमेन श्री ठाकुर हुकुम सिंह भाटी मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि डॉ. महेंद्र मूंजपुरा ने इस कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा, “2047 से पहले भारत के विश्व गुरु बनने की जो बात हो रही है उसके पीछे अटल जी की ही मंशा थी। आज भारत वर्ल्ड इकनॉमी में 5वें नंबर पर है, जल्द ही भारत तीसरे नंबर पर होगा, इसके पीछे भी अटल जी का ही हाथ रहा है। और अटल फाउंडेशन भी उनके नक्शे कदम पर समाज के लिए कार्य करते हुए देश को आगे बढ़ाने में सहयोग कर रहा है। फाउंडेशन का यह कदम सराहनीय है।”

वरिष्ठ बीजेपी नेता श्याम जाजू ने इस मौके पर कहा, ” अटल जी की कल्पना में जो भारत था, उसको लेकर जो नींव उन्होंने रखी थी। उस नींव के पत्थर के रूप में जो काम उन्होंने किया था, वो भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज नए रूप में अपना कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। जी-20 से जो नई साख देश की बनी है, उसने सिद्ध कर दिया है कि आज भारत का मुकाबला कोई नहीं कर सकता है। देश को योगदान देने का दायित्व एनजीओ और संस्थाओं का भी बनता है और अटल फाउंडेशन उस दात्यिव को अच्छी प्रकार से निभा रहा है। अच्छे कार्य करने वाले लोगों का सम्मान करना भी एक अच्छा कदम है।”

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी राजेश ओझा ने सम्मान समारोह के दौरान कहा, ” अटल जी के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए ही हम आगे बढ़ रहे हैं। वह वाक्यों का भी चिंतन करने के बाद ही उसका जवाब देते थे। उनका कहना था कि जीवन में कभी उतावलापन नहीं होना चाहिए। और अटल फाउंडेशन उनके संकल्प को लेकर ही आगे बढ़ रहा है। फाउंडेशन, समाज के लिए किए जो कार्य कर रहा है, उनके लिए मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”

अटल फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमति अपर्णा सिंह ने इस मौके पर कहा, ” अटल जी ने सार्वजनिक जीवन में राज धर्म को ही अपना एक मात्र सिद्धांत माना था। भारतीय समाज में उनका योगदान अतुल्यनीय है। उनके आदर्शों को ही आगे बढ़ाने के लिए इस फाउंडेशन को बनाया गया था। हमें खुशी है कि यह फाउंडेशन आदरणीय अटल जी के सपनो को साकार करने के लिऐ बनाया गया है।”

अटल गौरव सम्मान से सम्मानित केरला के गीता बाबू ने कहा, ” मुझे यह अवार्ड लेते हुए बहुत खुशी हो रही है। मैं जरूरतमंदों की मदद को पहले भी आगे आता रहा हूं, लेकिन इस अवार्ड से मुझे जरूरतमंदों की सेवा करने की और प्रेरणा मिलेगी।”

श्री अवनीश सिंह बिसेन, डायरेक्टर, अजय पॉली प्राइवेट लिमिटेड, को ‘ मेक इन इंडिया ‘ श्रेणी में ‘ अंतराष्ट्रीय अटल सम्मान ‘ से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा, ” मैंने शुरू से ही अटल जी के नक्शे कदमों पर चलने की कोशिश की है। मैं यह अवार्ड पाकर बहुत खुश हूं। आगे भी इसी प्रकार मैं मेक इन इंडिया के लिए कार्य करता रहूंगा।”

श्री कृष्ण कुमार श्रेष्ठ, सांसद, बारा, नेपाल को ‘ अंतराष्ट्रीय अटल सम्मान ‘ से सम्मानित किया गया। उन्हें दिपक्षीय शांति के श्रेणी में दिया गया। उन्होंने यह अवार्ड लेने के बाद कहा, “मैने अटल जी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर ही खुद को समाज के लिए समर्पित किया है। वह बहुत ही शांतिप्रिय थे लेकिन उनकी कहीं बाते दिलों तक छू जाती थीं। वह हमेशा से उनकी प्रेरणा रहे हैं। मैं खुश हूं कि मुझे अंतरराष्ट्रीय अटल अवार्ड से सम्मानित किया गया।”

दक्षिण कोरिया से श्री टोनी इल सुप्सोंग ने सम्मान लेते हुए कहा , ” मेरे लिऐ यह बड़े सौभाग्य की बात है की मुझे इस सम्मान के लिए जूरी ने चुना। मैं अटल जी के सिद्धांतो का पुरजोर समर्थन करता हु और उन्हें सार्थक करने के लिऐ काम करता रहूंगा।”

बता दें कि अटल फाउंडेशन के सौजन्य से अटल जी के जीवन चरित्र पर प्रत्येक वर्ष एक समारोह का आयोजन किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयनित 11 आवेदनों में 4 विदेशी भारतीय नागरिकों को ‘ अंतरराष्ट्रीय अटल अवार्ड ‘ से सम्मानित किया गया।

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