चेन्नई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि सतत हरित ग्रह समय की मांग है जबकि ब्लू इकोनॉमी सभी के लिए प्रचुर धन और लाभ लाती है।
श्रीमती मुर्मू ने शुक्रवार को यहां शहर के बाहरी इलाके में ईसीआर में भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय (आईएमयू) के आठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘ब्लू इकोनॉमी हमारे लिए प्रचुर धन और लाभ लाती है जबकि समय की मांग एक टिकाऊ हरित ग्रह है।
राष्ट्रपति ने स्नातकों को याद दिलाया, ‘पृथ्वी, जल और वायु हमारे माता-पिता का उपहार नहीं बल्कि हमारे बच्चों का ऋण है। स्नातकों को हमारे देश को गौरवान्वित करना चाहिए और हमेशा कृतज्ञता के साथ अपने मातृ संस्थान को याद रखना चाहिए।’
श्रीमती मुर्मु ने कहा कि समुद्री प्रशिक्षण और शिक्षा में अपना उचित स्थान हासिल करने के बाद, आईएमयू को अब नेशनल रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से अपने अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र की तलाश करनी चाहिए। दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए और समुद्री कानून, महासागर प्रशासन और समुद्री विज्ञान आदि जैसे संबद्ध विषयों में अपनी विशेषज्ञता का विस्तार करने पर विश्वविद्यालय को शुभकामनाएं दी।
दीक्षांत समारोह में, आईएमयू के छह परिसरों के साथ-साथ आईएमयू के संबद्ध संस्थानों के चार स्कूलों के 1,944 विद्यार्थी अपनी डिग्री प्राप्त की। कुल 245 विद्यार्थियों ने व्यक्तिगत रूप से डिग्री प्राप्त की।