डीएम से मिलकर जांच पैनल में प्रशासनिक अधिकारी शामिल करने की कर डाली मांग
मुजफ्फरनगर। निर्वाल हॉस्पिटल के खिलाफ चल रही जांच के दौरान पीड़ित मरीज शमसुद्दीन ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी को लिखित शिकायत कर पीड़ित ने जांच पैनल में प्रशासनिक अधिकारी को शामिल करने की मांग की है।
डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी ने पीड़ित मरीज की बात सुनकर पूरा मदद का आश्वासन दिया है, इस मामले में जिलाधिकारी ने निष्पक्ष जांच हेतु अधिनस्थों को निर्देशित भी किया है।
पीड़ित परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे समाजसेवी शुजाअत राणा ने बताया कि हमने डीएम से मिलकर प्रशासनिक अधिकारी को जांच में शामिल करने की मांग की है ताकि जांच पूरी तरह निष्पक्ष हो, जिलाधिकारी ने हमारी बात गहनता से सुनकर करवाई का आश्वासन दिया है।
मरीज की पत्नि शमा ने बताया कि हमे प्रशासनिक अधिकारियों पर पूरा भरोसा है। प्रशासन हमे इंसाफ जरूर दिलाएगा।
गौरतलब है कि भौकरहैडी निवासी शमा परवीन पत्नि शमसुद्दीन ने कुछ दिन पहले डीएम के नाम दिए शिकायती पत्र में बताया था कि उसके पति की पिथ की थैली में पथरी थी, उन्होंने निर्वाल हॉस्पिटल में 15 सितंबर को पिथ की थैली का निर्वाल हॉस्पिटल में ऑपरेशन कराया था, ऑपरेशन के दौरान मेरे पति की बड़ी आंत काट दी थी, और कई ऑपरेशन करके मेरे पति को करने खाने से बेकार कर दिया। बताया गया कि 2 महीने तक टरकाया जा रहा था। अब कब्जे से बाहर कहकर कहीं और दिखाने को कह दिया। पीड़ित मरीज के अल्ट्रासाउंड वगैरह भी नहीं दिए गए।
पीड़ित परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। निर्वाल हॉस्पिटल व डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाते थी, जिस पर तुरंत सीएमओ को जांच के आदेश दिए गए थे, जिसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने पैनल बनाकर जांच शुरू कर दी थी, लेकिन जांच में देरी होने के कारण पीड़ित परिवार ने निष्पक्ष जांच न होने की आशंका जताते हुए जिलाधिकारी से मिलकर जांच पैनल में प्रशासनिक अधिकारी शामिल करने की मांग की है।