शाह अलर्ट


श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर के कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजी0 विभाग द्वारा ‘मशीन लर्निंग एण्ड आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस-इनोवेट इंटेलिजेंस’ विषय पर तीन दिवसीय नेशनल कार्यशाला का समापन किया गया।

तीन दिनों तक चली इस कार्यशाला के तीसरे दिन समापन अवसर पर गुरूग्राम स्थित सॉफ्टवेयर कम्पनी ‘सॉफकॉन इण्डिया प्रा0 लि0’ से आये जया नितेश, बिजनेस डेवलेपमेंट मैनेजर, हिमेश, ए0आई0एण्डएम0एल0 विशेषज्ञ व मनहर हसन, आई0ओ0टी0 एक्सपर्ट मुख्य अतिथि एवं वक्ता रहे।
अतिथियों का स्वागत संस्थान के निदेशक प्रो0 (डॉ0) एस0एन0 चौहान एवं कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजी0 के विभागाध्यक्ष आशीष चौहान ने मुख्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता हिमेश ने विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आर्टिफिशियल इंटैलीजेन्स क्या है तथा आधुनिक युग में यह किस प्रकार से कार्यों को सीमित समय में सुविधाजनक तरीके से हल कर सकता है। उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटैलीजेन्स की शुरूआत 1950 के दशक में की गई थी उन्होंनें कहा कि आर्टिफिशियल का अर्थ इंसानों द्वारा बनाया गया और इंटैलीजेन्स का अर्थ है सोचने की शक्ति अर्थात् इंसानों द्वारा बनायी गयी सोचने की शक्ति आर्टिफिशियल इंटैलीजेन्स है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर आर्टिफिशियल इंटैलीजेन्स कार्यक्रम की रूप रेखा बनाने के लिए कई समितियों का गठन किया जा चुका है इससे शिक्षाविदों तथा उद्योग जगत को भी प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है।
इस अवसर पर मनहर हसन ने बताया कि सरकार द्वारा पंाचवीं जनरेशन टैक्नोलॉजी स्टार्टअप के लिए 480 मिलियन डॉलर का प्रावधान किया गया है। जिसमें आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस ‘मशीन लर्निंग, प्व्ज् शामिल है। उन्होंनें केन्द्र सरकार की 7 सूत्रीय रणनीतियों से अवगत कराया जिसमें मानव मशीन की बातचीत के लिए विकासशील विधियां बनाना, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस सिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित करना, आर0एन0डी0 के साथ समक्ष कार्यबल विकसित करना, नैतिक कानूनी सामाजिक नितियों को समझना एवं आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस को मानक मानकर बैंचमार्क के माध्यम से मापन का मूल्यांक करना शामिल है। उन्होंने बताया कि भारत में आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस शैशवावस्था में है जिसकों भविष्य की सम्भावनाओं को लेकर निरन्तर प्रयास कियें जा रहे है। उन्होंनें बताया कि आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस मशीनों के जितने फायदे है उतने ही खतरे भी है उन्होंने समझाते हुए कहा कि किसी परिस्थिति में यदि रोबोट मनुष्य को दुश्मन मानने लगे तो मानवता के लिए खतरा पैदा हो सकता है दरसल आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस एक जटिल विषय है इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों ही प्रभावों का अध्ययन करना होगा तथा इसके लिए हम सभी को सतर्क रहना पड़ेगा।


सॉफकॉन इण्डिया प्रा0 लि0 के प्रशिक्षकों ने छात्रों की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर के छात्र सभी प्रकार की प्रतिभा से धनी हैं तथा अपने अध्यापकों द्वारा प्रदान ज्ञान का सही उपयोग करना जानते हैं। श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर के छात्र बहुत प्रतिभाशाली हैं व उनका भविष्य निश्चय ही उज्जवल है।
इस तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन पर श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर के निदेशक प्रो0 (डॉ0) एस0एन0 चौहान ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया व छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन संस्थान में होता रहना चाहिये जिससे छात्रों का सुनहरे भविष्य के लिये मार्गदर्शन होता है तथा आगे आने वाले समय में आधुनिक एवं नवीनतम ज्ञान से परिपूर्ण होकर छात्र अपने व्यवसायिक जीवन में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
कार्यशाला के अन्त में कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजी0 के विभागाध्यक्ष आशीष चौहान ने मुख्य अतिथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि संस्थान भविष्य में आपके साथ सामन्जस्य बनाकर कार्य करता रहेगा जिससे छात्र को आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही कार्यशाला के संचालक प्रो0 व्योम शर्मा व शुभी वर्मा को कार्य को भी सराहा।
इस कार्यशाला में संस्थान के निदेशक डॉ0 एस0एन0 चौहान, डीन एकेडेमिक्स डॉ0 सुचित्रा त्यागी, कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजी0 के विभागाध्यक्ष आशीष चौहान, प्रो0 रुचि राय, अतुल वर्मा, अंकुर कौशिक, मयूर शर्मा, शिखा राठी, वेनी भारद्वाज व अन्य सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।

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