“शारदेन स्कूल में समर कैंप के जरिए बच्चों की प्रतिभा को शिक्षको ने निखारा”
कहते हैं कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती लेकिन शिक्षकों के बिना छात्र शिक्षा के क्षेत्र में अधूरे रहते हैं। इसके लिए विद्यालय में संगीत, नृत्य, सिलाई, कढ़ाई, पेंटिंग समेत कई तरह की कलाओं को निखारने के लिए अध्यापकों ने अपना सहयोग दिया।
जिसमें विद्यार्थियों की विविध रुचियों व क्षमताओं को प्रोत्साहन मिल सके। यह समर कैंप गीत, नृत्य, सिलाई, कढ़ाई, अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी वस्तु बनाना, स्थानीय एवं पारंपरिक खेल, हस्तशिल्प, सृजनात्मक लेखन, चित्रकला, रंगोली, खेल, नाटक आदि से जुड़े हैं।
यहां पर समर कैंप से नौनिहालो का हुनर निखरा व बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए मोटिवेट भी किया गया और गर्मियों की छुट्टियों में मनोरंजन के जरिए बच्चो को नैतिकता के गुण भी सिखाए गए।
स्कूल में कार्यक्रम के समर कैंप को का समापन करने के लिए छात्रों के द्वारा गायत्री मंत्र, इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक, राइम्स, डांस, गुड मैनर्स के बारे में मंच पर बताया गया, डांस विध बास्केटबॉल प्रस्तुत किए गए। छोटे-छोटे बच्चों की प्रस्तुति ने अध्यापकों एवं अभिभावक को अपनी ओर आकर्षित किया तथा अभिभावकों के द्वारा तालियां बजाकर छात्रों को प्रोत्साहित किया गया।
छात्रों के द्वारा किए गए क्रिएटिव वर्क की विद्यालय में प्रदर्शनी लगाई गई एवम् छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
स्कूल के डायरेक्टर विश्व रतन जी के द्वारा छात्रों की एवं अध्यापकों की प्रशंसा की गई और उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे खुश हैं तो सुंदर भी बहुत लग रहे हैं और उनकी खुशी में हमारी खुशी होती है। बच्चों को अपने निरंतर प्रयास से सफल होना चाहिए और अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। डायरेक्टर महोदय ने सभी अभिभावकों का आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि सभी अभिभावक और बच्चे यहां पर आकर बहुत खुश लग रहे हैं इसलिए हमें भी समर कैंप को सफल बनाने में प्रसन्नता हो रही है।